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रवि कुमार सिहाग UPSC 2018 AIR 337 Hindi Medium

 



संघ लोक सेवा आयोग (UPSC- Union Publivc Service Commisiion) परीक्षा में सफल होना आसान नहीं है। इसमें प्रीलिम्स, मुख्य और साक्षात्कार इन तीनों पड़ावों को पार जरूरी होता है। प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा में सफल होने के बावजूद उम्मीदवार साक्षात्कार में इंटरव्यूवर के सामने घबरा जाते हैं और अकसर अपना मौका गवा देते हैं।
इटरव्यू में अक्सर उम्मीदवारों से ऐसे सवाल पूछ लिए जाते हैं जिनका जवाब देना आसान नहीं होता। जिससे उनकी मानसिक और विश्लेषणात्मक क्षमता, फैसले लेने की क्षमता का आंकलन किया जाता है। ऐसे में जो साहस और अपनी बुद्धि से काम लेता है वही सफल हो पाता है।
लेकिन कई बार पैनल द्वारा उम्मीदवारों को अच्छी सलाह भी दे दी जाती है। यहां हम बात कर रहे हैं एक ऐसे ही शख्स की जिन्हें इंटरव्यू के दौरान साक्षात्कारकर्ताओं ने अच्छी सलाह भी दी। ये ऐसी सलाह है जो अन्य उम्मीदवारों के लिए काम की साबित होगी। पढ़ते हैं आगे...

साल 2015 में अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाले रवि एक साल घर पर ही रहे। हालांकि इस एक साल में उन्हें कई जिम्मेदारियां निभानी थीं। इस दौरान रवि ने बहन की शादी की और फिर अपनी यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
2016 से 2018 तक रवि ने यूपीएससी की तैयारी की, फिर 2018 में ही सिविल सेवा की परीक्षा दी और पहली ही बार में 337 रैंक के साथ उन्होंने इसे पास कर लिया। 
रवि से साक्षात्कार में पूछा गया कि अगर आपका चयन सिविल सेवा के लिए नहीं होता है तो आप क्या करेंगे? इस पर रवि का जवाब था कि वह कृषि के क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं। मालूम हो कि उनके पिता किसान हैं।
आईएएस रवि से साक्षात्कार में सरदार पटेल पर भी सवाल पूछे गए। जिसमें से एक सवाल था कि सरदार को बिस्मार्क ऑफ इंडिया क्यों कहते हैं। उनकी मूर्ति गुजरात में कहां है और क्या उस मूर्ति के पास कोई बांध है?




रवि से 16वीं लोकसभा की प्रमुख उपलब्धियां और प्रमुख निराशाजनक बातें भी पूछी गईं।
रवि को क्षेत्रीय भाषा में बात करना और नई भाषाओं को सीखना बहुत पसंद है। ऐसे में उनसे इसी पर एक दिलचस्प सवाल पूछा गया कि अगर उन्हें किसी ऐसी लड़की से प्यार हो जाए जिसकी भाषा और वेशभूषा रवि से अलग हो तो वह प्यार और जिम्मेदारी में से क्या चुनेंगे? तब रवि ने जवाब दिया कि वह सबसे पहले बातचीत का विकल्प चुनेंगे।



साक्षात्कार में रवि के बाल ठीक तरीके से नहीं बने थे। दोनों कानों की तरफ उनके बाल थोड़े उलझे हुए थे।
अधिकारी ने कहा कि आपके बाल मोर पंख की तरह न निकलें। आप जेल लगा लीजिए जिससे यह जमे रहें। 
इसके अलावा उन्होंने सलाह दी कि आप एक नाई की सहायता लें। 
उन्होंने अपनी बातों पर सफाई पेश करते हुए कहा कि मैंने ऐसा इसलिए कहां क्योंकि आपके कमरे में आते ही ध्यान आपके बालों की तरफ जा रहा है। आप तंदुरुस्त इंसान हैं।
मॉक टेस्ट के दौरान अधिकारियों ने कहा कि नर्वस होने की जरूरत नहीं है और फाइनल इंटरव्यू में घबराने की भी जरूरत नहीं है।